डेटिंग के लिए ‘बंदर जैसे’ मर्द बन रहे हैं चीन की महिलाओं की पसंद
चीन देश में बंदर जैसे मर्द बन रहे हैं रेटिंग के लिए महिलाओं की पसंद चीनी डेटिंग वेबसाइट जिया युवान के अनुसार बंदर जैसी मर्द महिलाओं को बहुत पसंद आ रहे हैं एक पर दिए बेशक ने कहा है बंदर जैसी मर्द अपनी सेंस ऑफ ह्यूमर के कारण गंभीर नहीं दिखते
जरूरत पड़ने पर भरोसेमंद निकलते हैं एक महिला के मुताबिक कहा गया है कि उसने ऐसा मर्द इसलिए चुना क्योंकि उसने उसे हंसने की कोशिश की और दौलत शोहरत का दिखावा नहीं किया जो उसके पास था उसी पर वह निर्भर रहा और ज्यादा लालची नहीं था
देश के हर लोकसभा क्षेत्र में खुलेगा पासपोर्ट सेवा केंद्र, केंद्रीय मंत्री ने की घोषणा
भारत के केंद्रीय मंत्री द्वारा की गई घोषणा के अनुसार देश के हर लोकसभा क्षेत्र में खुलेगा पासपोर्ट सेवा केंद्र स्त्री लोग वहां जाकर अपना पासपोर्ट बनवा सकते हैं और अपनी यात्रा को सुखद में सुखदायक बना सकते हैं
देश के सभी 543 लोकसभा क्षेत्र में एक पासपोर्ट सेवा केंद्र खोला जाएगा जिसकी घोषणा केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा की गई है सिंधिया केंद्रीय मंत्री ने कुछ ऐसा कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेवाओं की विस्तार के उद्देश्य से यह निर्णय लिया है कोटा विभाग विदेश मंत्रालय के साथ मिलकर इस संकल्प को संकल्प बनाने के लिए प्रतिबंध है
फिल्म में पुतिन की भूमिका निभाएंगे ऐक्टर जूड लॉ
फिल्म की एक अपनी अलग दुनिया है जिसमें तीन की भूमिका उसे मूवी में पुतिन द्वारा किए गए सभी कार्यों को दर्शाया जाएगा उन्होंने अपने जीवन में क्या-क्या कार्य किया है या उनकी सोच किस तरह की है
ब्रिटिश अभिनेता जूड लोन पुष्टि कुछ इस प्रकार की है कि वह अपनी आगामी फिल्म द विजार्ड का थे क्रेमलिन में रूसी राष्ट्रपति बिलाडी मीर पुतिन का रोल करेंगे लोन ने कुछ ऐसा कहा है कि मैं अब तक इस पर काम शुरू नहीं किया है इस पर काम बहुत जल्द ही स्टार्ट हो जाएगा मैं काम शुरू कर दिया है लेकिन फिलहाल ही है चढ़ाई करने के लिए एवरेज जैसा लग रहा है क्योंकि पुतिन की सोच बहुत अलग है उसके लिए फिल्म लिखी भी इस लेवल की होनी चाहिए इस लेवल का पुतिन का दिमाग है
‘नरेंद्र’ कैसे बन गए ‘स्वामी विवेकानंद’, किसने उन्हें दिया था यह नाम
स्वामी विवेकानंद जी का पहला नाम नरेंद्र था और इनको स्वामी विवेकानंद नाम किसके द्वारा दिया गया था या इनको इस नाम से किसने करना शुरू किया था
स्वामी विवेकानंद जी का जन्म 12 जनवरी 1863 में हुआ था और उनका असली नाम नरेंद्र नाथ दत्त था तब द लाइफ ऑफ़ विवेकानंद एंड द यूनिवर्सल में उल्लेख किया गया है कि खेत्री राजस्थान के राजा अजीत सिंह ने उन्हें विवेकानंद नाम दिया था जो 1893 में छिपा हुआ अमेरिका में आयोजित धर्म संसद में उनके जाने की व्यवस्था भी की थी यह नाम उनके लिए बहुत लाभकारी रहा है और उनके पूरे जीवन की जिंदगी में उनका स्वामी विवेकानंद के नाम से जाना जाने लगा लोग आज भी उनको स्वामी विवेकानंद जी के नाम से ही जानते हैं
विश्व युद्ध के बाद क्यों पड़ी थी पासपोर्ट बनवाने की ज़रूरत
विश्व युद्ध हुआ था उसके बाद दूसरे देश में जाने के लिए पासपोर्ट बनवाने की आवश्यकता क्यों पड़ी इसके पीछे क्या कारण था जो पासपोर्ट बगैर बनाएं दूसरे देश की यात्रा नहीं कर सकते हैं
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान जर्मनी फ्रांस वायु के दुश्मन देश के नागरिकों को उनके क्षेत्र में आने के लिए आधिकारिक दस्तावेज की जरूरत पर जोर दिया गया है विश्व स्थापना को दस्तावेज अलग-अलग आकृति के आकार के थे 1920 में लीग ऑफ नेशंस ने दुनिया भर के नेताओं को इकट्ठा किया और तय किया गया कि अगर किसी को दूसरी कंट्री के अंदर जाना है घूमने या किसी काम से किसी भी तरह के लिए जाना पड़े तो उसको पासपोर्ट की आवश्यकता होगी पासपोर्ट एक ऐसा तरीका हुआ जो दूसरी कंट्री में आने की अनुमति पासपोर्ट के अनुसार दी जाएगी इसके बाद कोई भी सदस्य लोग किसी भी कंट्री के अंदर अनजान कर सकता है
ISRO के ऐतिहासिक ट्रायल में सफलतापूर्वक एक-दूसरे से सिर्फ 3 मीटर की दूरी पर आ गईं 2 सैटेलाइट
इसरो द्वारा किए गए एक ट्रायल के अनुसार सफलतापूर्वक एक दूसरे के तीन मी नजदीक आ गई है दो सैटेलाइट कोई है एक्सपेरिमेंट इसरो ने डॉकिंग एक्सपेरिमेंट का सफल ट्रायल किया है
जिसमें इस पर spedex मिशन को दो सैटेलाइट sdx01 चेंजर और sdx02 टारगेट को सफलतापूर्वक एक दूसरी से पहले 15 मीटर की दूरी पर और उसके बाद 3 मीटर की दूरी पर लाया गया है इसके बाद उन्हें सुरक्षित दूरी पर ले जाया गया है इसरो ने कुछ ऐसा कहा है कि डॉकिंग प्रक्रिया केवल उत्तर और एनालिसिस के बाद की जाएगी
इंसान के आकार की बनाई गई AI रोबोट गर्लफ्रेंड ‘आरिया’, ₹1.5 करोड़ है कीमत
इंसान के शरीर के आकार की बनाई गई ए रोबोट गर्लफ्रेंड आर्य 1.5 करोड़ की कीमत की है टोरंटो की कंपनी में रियल वोर्टिक्स में अमेरिका में की 2025 तक इवेंट में इंसान के आकार की ए रोबोट गर्लफ्रेंड आर्य पेश की है उन्होंने इसको बनाने में अपनी दिन रात की मेहनत एक करके एक रोबोट तैयार किया है इसका नाम आर्य रखा है
उन्होंने चैंपियनशिप पिटिमेसी और भावनात्मक बातचीत के लिए डिजाइन किया गया है 175000 यानी कि 1.5 करोड़ कीमत वाली आर्य की गर्दन के ऊपर 15 मोटर है जिससे वह इंसान जैसे मुंह और आंखों की हरकत कर सकती है यह सब एडवांस टेक्नोलॉजी ऐड किया गया है